हरिद्वार भगदड़ 2025 की दुखद घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। रविवार की सुबह, उत्तराखंड के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ हो गई। इस दर्दनाक हादसे में 6 लोगों की जान चली गई और 15 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए।
📍 हादसा कैसे हुआ?
रविवार को सावन के तीसरे सोमवार से ठीक पहले हज़ारों श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर के दर्शन के लिए सुबह-सुबह मंदिर की सीढ़ियों और रास्तों पर जमा हुए थे। इसी बीच भीड़ बेकाबू हो गई। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे के अनुसार, एक अफवाह के चलते अचानक भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए।
🗣️ “यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, भगदड़ किसी बिजली के तार के गिरने की अफवाह से शुरू हुई।” — विनय शंकर पांडे, गढ़वाल आयुक्त (ANI को बयान)
त और घायलों की जानकारी
अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
15 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
घायलों को तुरंत हरिद्वार जिला अस्पताल और नजदीकी मेडिकल सेंटरों में भर्ती कराया गया है।
🙏 प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
रीता देवी, जो बिहार से दर्शन के लिए आई थीं, ने बताया:
“हम मंदिर से नीचे उतर रहे थे तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई। मैं अपनी बेटी के साथ थी, लेकिन अफरा-तफरी में हम बिछड़ गए।”
19 वर्षीय अर्जुन ने कहा:
“मेरी माँ को गंभीर चोट लगी है और ICU में भर्ती हैं। हम तो सिर्फ दर्शन करने आए थे…”
प्रशासन की प्रतिक्रिया और जांच
उत्तराखंड सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। मंदिर प्रबंधन और पुलिस प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही, भविष्य में भीड़ प्रबंधन के लिए कड़े उपाय किए जाने की बात कही गई है।